भारतीय रसोई में खड़े मसालों का अहम किरदार है. बिना मसाले भारतीय खाना अधूरा है. इन्ही खड़े मसालों में मसालों की रानी बड़ी इलाइची का अपना अलग ही रूप है. इसमें खाने में स्वाद बढ़ाने के अलावा इसमें और भी कई गुण है. पहले आपको बताते है बड़ी इलाइची के बारे में. यह एक सुगंधित मसाला है, जो कि दो तरह की होती है- बडी इलायची और हरी इलायची. इन दोनों में बडी इलायची सबसे ज्यादा लोकप्रिय है.
अपने विशिष्ट स्वाद और जबर्दस्त सुगंध के कारण इसका इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है. बड़ी इलायची को काली इलायची, भूरी इलायची, लाल इलायची, नेपाली इलायची या बंगाल इलायची भी कहते हैं. इलायची की बीज से निकलने वाले तेल की गिनती सबसे प्रभवशाली सुगंधित तेल में होती है और सुगंध-चिकित्सा (अरोमाथेरेपी) में इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है.
तो आइये जानते है बड़ी इलायची के छुपे हुए राज-
एनिस्थेटिक गुण - बड़ी इलाइची औषधि के रूप में एक वरदान है. यह हमें कई बीमारियों में निजात दिलाने में भी हमारी मदद करती है. खांसी जुकाम हो जाए तो बड़ी इलायची की चाय या काढा बना के पीने से ठंड से राहत मिलेगी. इलायची का प्रयोग हमारे शरीर कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है. सिर दर्द, थकान होने पर बडी इलायची का सेवन करना थकान मिटाने में लाभकारी होता है. इससे तैयार किए जाने वाले सुगंधित तेल का इस्तेमाल भी तनाव और थकान दूर करने के लिए किया जाता है.
घबराहट करे दूर- आजकल इंसान इतना व्यस्त हो गया है कि उसे जल्द ही थकान और तनाव होता है ऐसे में उसे घबराहट जल्दी हो जाती है. तो ऐसे में आप बडी इलायची के दानों को अच्छी तरह से पीस लें फिर इसे शहद में मिल दें इससे घबराहट दूर होती है.
कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ में लाभकारी- काली या बड़ी इलायची हृदय के स्वास्थ को बेहतर बनाने में भी मदद करती है. कार्डिक रिदम को नियंत्रित करना इसका सबसे बड़ा फायदा है, जिससे ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहता है. अगर आप नियमित रूप से काली या बड़ी इलायची का सेवन करेंगे तो आपका हृदय स्वस्थ बना रहेगा. यह खून के जमने की संभावना को काफी कम कर देता है.
सांस संबंधी समस्या को भी करे दूर- अगर आप सांस संबंधी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो काली इलायची से आपको काफी फायदा पहुंच सकता है. इसके जरिए अस्थमा, कुकुर खांसी, फेफड़ा संकुचन, फेफड़े की सूजन और तपेदिक जैसे सांसों से संबंधित बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है.
ओरल हेल्थ - काली या बड़ी इलायची के जरिए दांतों की कई समस्याओं, जैसे दांतों और मसूड़ों में संक्रमण से छुटकारा मिल सकता है. इसके अलावा इसके जरिए सांसों की दुर्गंध से भी निजात मिलता है.
एंटी कार्सिनजेनिक गुण - ऐसे दो तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ब्रेस्ट, कोलोन और ओवेरियन कैंसर को रोकते हैं. काली या बड़ी इलायची में एंटी कार्सिनजेनिक गुण होने के कारण शरीर में ग्लूटाथियोन (एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट) की मात्रा भी बढ़ जाती है. इससे कैंसर से ग्रस्त सेल का निर्माण और विकास रुक जाता है. बडी इलायची में ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कि कैंसर के मरीज को देने से लाभदायक साबित होते हैं.
कोरोना वैक्सीन को लेकर उर्मिला मातोंडकर ने केंद्र सरकार से किया ये अनुरोध
बंगाल में रोड शो के दौरान जया बच्चन ने खोया अपना आपा, सेल्फी लेने लगा कार्यकर्ता तो मार दिया धक्का
तमिलनाडु सरकार ने किया बड़ा ऐलान, 10 अप्रैल तक इन जगहों पर लगाया प्रतिबंध