नई दिल्ली : अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डाॅ. प्रणव पंड्या ने राज्यसभा सदस्यता ग्रहण करने से इन्कार कर दिया है। दरअसल हाल ही में केंद्र सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें राज्यसभा सांसद मनोनित किया था। मगर आज यह जानकारी सामने आई है कि उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता लेने से इन्कार कर दिया है। उनका कहना था कि वे राजनीति में जाना नहीं चाहते हैं।
वे अपने क्षेत्र में ही रहना चाहते हैं। जिसके कारण उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता लेने से इन्कार कर दिया। डाॅ. पंड्या का कहना था कि राजनीति का क्षेत्र अलग है। जिसमें जाने की उनकी इच्छा नहीं है। उल्लेखनीय है कि डाॅ. प्रणब पंड्या ने अपनी आध्यात्मिक चेतना और माॅडर्न मेडिकल साईंस के संयोजन से अखिल विश्व गायत्री परिवार को एक ऐसा आध्यात्मिक केंद्र बनाया जो केवल आध्यात्मिकता की बातें ही नहीं करता बल्कि वह समाज को जागरण प्रदान करता है।
ऐसा जागरण जो समाज को वैज्ञानिकता, आधुनिकता के बीच इन सभी के साथ भारतीय संस्कृति का तालमेल बनाए रखता है। डाॅ. प्रणव पंड्या ने गायत्री परिवार के अंतर्गत ऐसे प्रकल्पों के कार्य किए जो कि समूचे विश्व के लिए अनुकरणीय उदाहरण के तौर पर सामने आ रहे हैं। दिल्ली जैसे मैट्रो में जहां लोग शुद्ध वायु के लिए मोहताज हो रहे हैं अखिल विश्व गायत्री परिवार का हवन आदि का आयोजन सार्थक हो सकता है।
ऐसे में इसे आधुनिक विज्ञान और भारतीय आध्यात्म के सामंजस्य से एक बेहतर उदाहरण प्रस्तुत करना ही कहा जा सकता है। हालांकि डाॅ. प्रणव पंड्या के राज्यसभा में न जाने पर देश को उनके वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विचारों का लाभ बतौर सांसद नहीं मिल सकेगा मगर वे गायत्री परिवार के माध्यम से आध्यात्म के नवोन्मेष को जागृत करते रहेंगे।