कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए देश 21 दिनों का लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में सरकार की तरफ से कोरोना वायरस से बचने के लिए बार-बार एहतियात बरते की सलाह दी जा रही है. इस बीमारी से लड़ने के लिए हमारे देश मेंडॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी भी अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं. इस क्रम में तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी भी काम रहे हैं और एहतियात बरत रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआइ के मुताबिक,चेन्नई के किल्पुक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ये कर्मचारी अपने परिसर के अंदर नजर आए ताकी कोविड-19 का संक्रमण और लोगों में ना फैले.
आखिर क्यों थाने के बैरक में रहेंगे पुलिसकर्मी ?
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि तमिलनाडु में इस वक्त कोरोना वायरस मरीजो की संख्या 700 के करीब हैं. वहीं राजधानी चेन्नई में यह संख्या 80 से ज्यादा है. ऐसे में सभी लोगों को एहतिया बरतने के निर्देश दिए गए हैं. इस संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया हुआ है. आज लॉकडाउन का 17 वां दिन है. देश की बात करें तो कोरोना के चलते मरने वालों का आंकड़ा 200 के पास पहुंच गया है वहीं सक्रमितों का आंकड़ा 6000 के पार पहुंच चुका है.
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दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे मामलों की वजह से सभी लोग इस वायरस से परेशान है. ना चाहते हुए भी सभी लोगों को अपने घरों में कैद होना होना पड़ा है. इंसान से इंसान से फैलने वाले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है. ऐसे में पीएम मोदी द्वारा लगातार सोशल डिस्टेंसिंग रखने पर जोर दिया जा रहा है. यही नहीं बार-बार कहा अपील की जा रही है सभी लोग अपने घरों में रहें. वही, चीन के वुहान से फैले इस वायरस से 200 से ज्यादा देश सक्रमित हैं. इससे पहले इस वायरस से वैश्विक तौर पर 15 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. वहीं मरने वालों का आंकड़ा 90 हजार के पास पहुंच चुका है.
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