इस्लामबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का लंदन में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने संकेत दिए हैं कि उनकी अस्थिर प्लेटलेट्स का कोई कारण या समाधान नजर नहीं आता है तो उनमें जहर की जांच के लिए उनके टॉक्सिकोलॉजी का आदेश दिया जाएगा. मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी. वहीं यह घोषणा शुक्रवार को की गई. लाहौर हाईकोर्ट में शुक्रवार को दाखिल रिपोर्ट में डॉक्टर्स ने कहा, 'अगर प्लेटलेट्स काउंट में कोई बदलाव नहीं होता है तो उनका (शरीफ) संभावित टॉक्सिकोलॉजी स्क्रीन किया जा सकता है. हम उनका प्लेटलेट्स काउंट 50-150 के बीच करना चाहते हैं, जिससे प्लेटलेट्स-रोधी थेरेपी से उनका सुरक्षित इलाज किया जा सके.'
वहीं इस बात पर गौर फ़रमाया गया है कि नवाज के सबसे बड़े बेटे हुसैन नवाज ने इससे पहले कहा था कि हो सकता है कि उनके पिता को पाकिस्तान में नैशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में जहर दिया गया हो. लंदन में पिछले सप्ताह उन्होंने फिर कहा था कि उन्होंने किसी पर आरोप नहीं लगाया है. लेकिन उन्होंने कहा कि डॉक्टर उनकी लगातार गिर रहीं प्लेटलेट्स को लेकर चिंतित थे.
जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि हिरासत के दौरान उनकी प्लेटलेट्स 24 घंटों के अंदर ही 75,000 से घटकर मात्र 2,000 रह गई थीं. भ्रष्टाचार के मामले में सात साल जेल की सजा काट रहे शरीफ को 27 अक्टूबर को बीमारी के चलते इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह के लिए रिहा किया था.
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