जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज मंगलवार (21 मार्च) को डॉक्टरों के विरोध के बाद राज्य विधानसभा में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने राइट टू हेल्थ बिल पारित कर दिया है. जिसके लेकर डॉक्टर्स पिछले 2 दिन से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का भी उपयोग किया. बता दें कि, बीते दिन पहले भी डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें लाठियों से जमकर पीटा था. इस दौरान कुछ महिला डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी किए जाने की भी खबर सामने आई थी। हालांकि, लाठीचार्ज के विरोध पर डॉक्टरों ने अपना काम बंद कर दिया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शन कर रहे प्राइवेट डॉक्टरों का कहना है कि, राज्य सरकार ने उनकी शर्तों और सुझावों को बिल में शामिल नहीं किया है, जिसकी वजह से ये पूरा बिल ही स्वास्थ्य सिस्टम का विरोधी नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स ने बिल के विरुद्ध विगत रात धरना प्रदर्शन किया था. हालांकि, अब इनके समर्थन ने सवाई मानसिंह अस्पताल के रेजिडेंट और सीनियर डॉक्टर्स भी उतर आए है.
बता दें कि, तमाम विरोधों के बावजूद विधानसभा में आज मंगलवार को राजस्थान स्वास्थ्य का अधिकार विधेयक 2022 बिल पारित हो गया है. वहीं, प्राइवेट डॉक्टरों का कहना है कि इस बिल से प्राइवेट डॉक्टरों पर नौकरशाही का नियंत्रण बढ़ जाएगा. जबकि, इस बिल में राज्य के लोगों को अस्पतालों और क्लीनिक से मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने का अधिकार देने का नियम होगा, जिसमें प्राइवेट क्लीनिक भी शामिल होंगे.
भगोड़े इस्लामी उपदेशक ज़ाकिर नाइक पर शिकंजा ! ओमान से गिरफ्तार कर लाया जा सकता है भारत
'परेशान न हों किसान..', ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के लिए सीएम शिवराज ने किया मुआवज़े का ऐलान !
गौतस्करी मामले में कोर्ट ने ममता बनर्जी के करीबी नेता अनुब्रत मंडल को भेजा तिहाड़ जेल