कोलकाता : प. बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बाद शुरू हुई हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। राज्य के 43 डॉक्टर अब तक इस्तीफा दे चुके हैं। शुक्रवार को इस हड़ताल को देशभर से समर्थन मिला। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश और बिहार के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया।
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मारपीट के विरोध में कर रहे है हड़ताल
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है। दरअसल, बंगाल में पिछले दिनों जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी। इसके बाद डॉक्टर विरोध जता रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को इस हड़ताल को भाजपा और माकपा की साजिश बताया। उन्होंने डॉक्टरों को हड़ताल खत्म नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी।
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स्वास्थ्य मंत्री से मिले डॉक्टर
इसी के साथ कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 16 और दार्जिलिंग में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के 27 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया। उनका कहना है कि हिंसा के माहौल में वे काम नहीं कर सकते हैं। दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात की। हर्षवर्धन ने कहा, ''मैं ममता बनर्जी से अपील करता हूं कि इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं। उन्होंने डॉक्टरों को अल्टीमेटम दिया, जिसकी वजह से वे नाराज होकर हड़ताल पर चले गए। मैं उनसे इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश करूंगा। देशभर के डॉक्टरों से कहना चाहता हूं कि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। डॉक्टरों से अनुरोध करता हूं कि वे प्रतीकात्मक विरोध करें और अपना काम जारी रखें।
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