मोतियों जैसे चमकते दांत आपकी खूबसूरती को और भी बढ़ जाती है। गलत खान पान और अनुचित सफाई के अभाव में हमारे दांत में बहुत सी परेशानियां होना शुरू हो जाती है। पायरिया भी एक ऐसी ही दन्त सम्बन्धी समस्या है जो बहुत तकलीफदायक है। पायोरिया में दाँतों की जड़ से पीप निकलना मुँह से बदबू आना है इस रोग मे दाँतो की जड़े कमजोर होकर खराब हो जाती है मसूड़ों से रक्त व पीप निकलता है रक्त व कफ के दूषित हो जाने से सांस में बदबू व दाँत हिलने लगते हैं मसूड़ों से बिना कारण ही खून निकलता है दाँतो पर काली काली परत जम जाती है तथा मसूड़े गल कर दर्द पैदा हो जाता है तथा जड़े खोखली हो जाती है एवं दाँत निकल जाते हैं या निकालने पड़ते हैं।
धूम्रपान और तम्बाकू के सेवन से बचें क्योंकि यह पायरिया की बीमारी को बढाते हैं। कच्चे अमरुद पर थोडा सा नमक लगाकर खाने से भी पायरिया के उपचार में सहायता मिलती है, क्योंकि यह विटामिन सी का उम्दा स्रोत होता है जो दाँतों के लिए लाभकारी सिद्ध होता है। गरम पानी मे एक चुटकी नमक मिला कर रोज सुबह शाम कुल्ले करने से दांत की तकलीफ मे आराम मिलता है ।
सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों से निकलती हुई दुर्गन्ध और रक्त बंद होकर दांत मज़बूत होते हैं और पायरिया जड़मूल से निकल जाता है। साथ में त्रिफला गुग्गल की 1 से 3 दिन में तीन बार लें और रात में 1 से 3 ग्राम त्रिफला का सेवन करें। काली मिर्च के चूरे में थोडा सा नमक मिलाकर दाँतों पर मलने से भी पायरिया के रोग से छुटकारा पाने के लिए काफी मदद मिलती है।
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