नई दिल्ली: हाल ही में क्लबहाउस की एक चैट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई, जिसमे कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह यह कहते हुए सुने गए कि धारा 370 को खत्म करना और जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनना दुःखद है और कांग्रेस सत्ता में आने के बाद इस पर पुनर्विचार करेगी। इस पर उनके ही छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि धारा 370 को फिर से लागू करना संभव नहीं है।
हालाँकि इस क्लबहाउस चैट के वायरल हो जाने के बाद से ही कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है और उसके नेता किसी भी तरीके से दिग्विजय सिंह का बचाव नहीं कर पा रहे हैं। कई कांग्रेस के नेता इसे दिग्विजय सिंह की व्यक्तिगत राय बता रहे हैं। इस मामले पर भाजपा लगातार दिग्विजय सिंह पर सवाल दाग रही है, किन्तु मध्य प्रदेश राज्य इकाई सहित पूरी कांग्रेस पार्टी, भाजपा के आरोपों पर खुलकर जवाब नहीं दे पा रही है। केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ट्वीट करके कॉन्ग्रेस से इस मामले पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने की माँग की है।
उन्होंने कहा कि, “धारा 370 के विषय में जो भी दिग्विजय सिंह ने कहा, कांग्रेस उस पर अब भी चुप्पी साधे हुए है। क्या कांग्रेस धारा 370 को फिर से बहाल करना चाहती है? कांग्रेस अपनी मंशा स्पष्ट करे।“ उन्होंने यह भी कहा कि जब धारा 370 को ख़त्म किया जा रहा था तब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों से बेहतर प्रशासन का वादा किया गया था। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जिस तेजी से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सुदूर इलाकों में भी Covid-19 टीकाकरण तेजी से चल रहा है, वह बेहतर प्रशासन की ही निशानी है।
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