नई दिल्ली : दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हांगकांग जाने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट की एयरहोस्टस के पास से डॉलर्स के बंडल मिलने से DRI के पैरों तले जमीन खिसक गयी. 8 जनवरी को डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) के अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली कि दिल्ली से हांगकांग जाने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट की एक एयरहोस्टेस का हवाला कनेक्शन है. वहीँ DRI के अधिकारियों ने एयरहोस्टेस को तकरीबन 80 हजार डॉलर यानि की लगभग 3 करोड़ 21 लाख रूपये के साथ रंगे हाँथ धर दबोचा.
पूछताछ में एयरहोस्टेस ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि जितना पैसा देश से बाहर भेजा जाता था उसका आधा हिस्सा उसे दिया जाता था. वहीँ जो बंडल एयरहोस्टेस के पास से बरामद किये गए हैं उनमे सबसे ऊपर 50 डॉलर के नोट हैं जबकि अंदर 100 डॉलर के नोट रखे हुए हैं. DRI अधिकारी ने बताया कि उसे हवाला के जरिये देश से बाहर डॉलर भेजे जाने की गुप्त सूचना मिली थी. इसी सूचना के आधार पर जब DRI ने कार्यवाई की और छापेमारी की तब इस एयरहोस्टेस को डॉलर के बंडल के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया गया. अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एयरहोस्टेस ने चालाकी दिखाते हुए इन बंडलों को एल्यूमीनियम फॉयल में लपेट कर रखा था ताकि किसी को इस पर शक न हो.
एयरहोस्टेस के साथ-साथ DRI ने एक अमित नाम के शख्स को भी हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि अमित एक हवाला संचालक है. दिल्ली के विवेक विहार स्थित अमित के आवास पर भी DRI ने छापा मारा. अमित के घर से DRI को 3 लाख रुपये नकद और 1600 हजार डॉलर मिले हैं. वहीँ इस बात का खुलासा हुआ कि अमित ने यात्रा के दौरान ही इस एयरहोस्टेस से दोस्ती की और उसे हवाला के पैसे ले जाने के लिए राजी किया. अभी तक आरोपी एयरहोस्टेस पिछले 2 महीने में 7 बार हांगकांग पैसे ले जा चुकी है और इतना ही नहीं वह तकरीबन 10 लाख यूएस डॉलर विदेश पंहुचा चुकी है.
हिरासत में ली गयी एयरहोस्टेस की मंगलवार को शाम 5 बजे पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी की जायेगी. वहीँ जानकारी में यह बात सामने आयी है कि आरोपी एयरहोस्टेस के ससुर डिफेंस से रिटायर्ड अधिकारी है और उसके पिता भी LIC में उच्च पद पर आसीन हैं. अभी पिछले वर्ष ही एयरहोस्टेस ने लव मैरिज भी की थी. वहीँ DRI मामले की छानबीन में जुट गयी है. DRI सूत्रों से पता चला है कि अभी इस मामले और भी जानकारिया सामने आना बाकी है और इस तरह की कवायद में और भी लोग शामिल हो सकते हैं उनका पता लगाया जा रहा है.
वहीँ जेट एयरवेज ने DRI की जांच में अपना पूरा सहयोग देने की बात कही है. एयरवेज का कहना है कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी और वह इस तरह की किसी भी गतिविधि में संलिप्त नहीं है. इस तरह के मामलों में जेट एयरवेज ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाता है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद जेट एयरवेज इस मामले में आगे कार्यवाई करेगा.
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