वाशिंगटन: अमेरिका में तीन नवम्बर को प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से एक बार फिर पद पर काबिज होना चाहते हैं। उनका मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन हैं। दोनों मुख्य प्रत्याशियों के चुनाव एजेंडे में भारत और अमेरिकी-भारतीयों पर काफी तवज्जों दी जा रही है।
कश्मीर मसले पर भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले बिडेन का अचानक भारत के प्रति अचानक प्रेम उमड़ना सुर्खियों में बना हुआ है।बाइडेन के प्रचार अभियान के अधिकारी जहां जीत के बाद भारत के साथ रिश्तों को और सशक्त करने का वादा कर रहे हैं। वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान से संबंधित अधिकारियों ने कहा कि ट्रंप ने चीन के विरोध में खड़े होकर भारत का साथ दिया और कश्मीर मामले में कभी दखल नहीं देकर एकदम सही रुख अपनाया है। ट्रंप के भारतीय-अमेरिकी समर्थकों ने कहा कि कोरोना वायरस से पहले ट्रंप प्रशासन के नेतृत्व में अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने विश्व मंच पर भारत का कद ऊंचा किया है, भारत का साथ देते हुए चीन के विरोध में खड़ा हुए और कश्मीर मुद्दे पर कभी दखल नहीं दिया।
'ट्रंप विक्ट्री इंडियन-अमेरिकन फाइनेंस कमेटी' के सह-अध्यक्ष अल मैसन ने कहा कि, '' संक्षेप में कहें तो, राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और भारतीय-अमेरिकियों के संबंध में सही रवैया रखा है।'' ट्रंप अभियान से संबंधित अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय और भारत-अमेरिका संबंधों को देखते हुए ट्रंप का चुनाव करना ही उचित होगा।
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