इस वर्ष, धनतेरस 29 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जा रहा है। धनतेरस, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे धनत्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जिन्हें धन और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है। वही ज्योतिषियों का मानना है कि धनतेरस पर दान करना अत्यंत लाभकारी होता है। इस दिन दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है, और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है। विशेषकर सफेद चीजों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। आप चावल, चीनी, दूध और आटा जैसी सफेद वस्तुएँ दान कर सकते हैं।
सफेद चीजें:
धनतेरस के दिन आप सफेद चीजों का दान कर सकते हैं, जैसे चावल, चीनी, दूध तथा आटा आदि। कम से कम 11 गरीबों को सफेद वस्तुएँ दान करने से आपकी सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
झाड़ू और मिठाई का दान
धनतेरस के दिन झाड़ू का दान भी महत्वपूर्ण होता है। माना जाता है कि झाड़ू का दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक तंगी दूर होती है। झाड़ू को घर में सफाई और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
मिठाई का दान भी इस दिन विशेष महत्व रखता है। यह विश्वास है कि इस दिन दान करने से धन-धान्य के भंडार भर जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
पीले वस्त्रों का दान
धनतेरस के दिन पीले वस्त्रों का दान करने की भी परंपरा है। पीला रंग बृहस्पति का प्रतीक होता है, और इसका दान करने से भाग्य का साथ मिलता है। पीले वस्त्रों का दान करने से न केवल व्यक्ति की किस्मत चमकती है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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