नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकट काल में भी भगवान के द्वार पर भक्तों का आना कम नहीं हुआ है. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित प्रसिद्ध मंदिर सांवलिया जी के भंडारे को जब कोरोना लॉकडाउन के बाद पुनः खोला गया, तो मंदिर में महज दस दिनों में ही रिकॉर्ड 3,12,72,600 रुपया भेंट राशि निकली. यही नहीं भंडारे की पेटी से 33 ग्राम सोना और 1370 ग्राम चांदी भी मिला. फ़िलहाल सिक्कों की गिनती जारी है.
बता दें कि कोरोना के कारण देश के मंदिरों की तरह ही राजस्थान के भी मंदिरों को बंद किया गया था. बीते 11 अप्रैल से ही सांवलियाजी मंदिर में भी भक्तों का प्रवेश बंद था. लेकिन 28 जून से इसे वापस खोल दिया गया था. वैसे सांवलियाजी में अमावस्या के पूर्व चतुर्दशी पर ही भंडारा खोला जाता है, किन्तु इस बार 8 जुलाई को ही चतुर्दशी होने के कारण दस दिन में ही भंडारा खोलना पड़ा. किन्तु जैसे मंदिर के प्रबंधकों ने भंडारे को खोला वे हैरत में पड़ गए. क्योंकि 10 दिन में ही श्रद्धालुओं ने इतना चढ़ावा डाल दिया.
मंदिर मंडल अध्यक्ष कन्हैया दास वैष्णव और तहसीलदार भंवरलाल चोपड़ा की उपस्थिति में राजभोगआरती के बाद भंडारा खोला गया था और अभी भी गिनती जारी है. बता दें कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के सांवलियाजी स्थित मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां पर कोई भी अपनी आमदनी का एक हिस्सा दान पत्र में डाल जाता है तो उसकी आय दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ जाती है.
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