'अभी कुछ दिन अयोध्या न आएं..', मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से क्यों की ये अपील..?

'अभी कुछ दिन अयोध्या न आएं..', मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से क्यों की ये अपील..?
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अयोध्या: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 को लेकर देश और विदेश से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुट रही है। इसके साथ ही श्रद्धालु अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन और काशी विश्वनाथ धाम में भी हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं। लेकिन अयोध्या में उम्मीद से ज्यादा भीड़ होने के चलते अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय ने श्रद्धालुओं से 10-20 दिन तक अयोध्या न आने की अपील की है। 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चंपत राय ने एक पोस्ट के जरिए कहा कि आस-पास के भक्त अगर वसंत पंचमी के बाद दर्शन का कार्यक्रम बनाएं, तो यह बेहतर रहेगा। इससे दूर-दराज से आए भक्तों को सुविधा से प्रभु के दर्शन करने का मौका मिलेगा। राय ने बताया कि फरवरी में मौसम भी अनुकूल रहेगा और भीड़भाड़ में भी कमी आएगी, जिससे सभी को आसानी होगी। उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को महाकुंभ के सबसे प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के त्रिवेणी संगम में स्नान करने की संभावना है। बड़ी संख्या में स्नान के बाद श्रद्धालु ट्रेन और सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंच रहे हैं। बीते कुछ दिनों में अयोध्या में भक्तों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है, जिससे व्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ गया है।

चंपत राय ने कहा कि रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ को संभालना चुनौती बन रहा है। अयोध्या के आकार और जनसंख्या के हिसाब से इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक दिन में दर्शन कराना बेहद कठिन हो गया है। भीड़ के कारण भक्तों को अधिक पैदल चलने और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस भीड़ के कारण किसी अनहोनी की आशंका को रोकने के लिए व्यवस्थाओं में बदलाव करना जरूरी हो गया है। महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी को हुआ था और इसका समापन महाशिवरात्रि के साथ होगा। अब तक करीब 15 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। यूपी सरकार का अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में करीब 45 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे। 

इस बीच, अयोध्या में भक्तों की अभूतपूर्व भीड़ को देखते हुए चंपत राय का यह निवेदन सभी के लिए राहत भरा हो सकता है। उन्होंने आस-पास के श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि वे अपने दर्शन का कार्यक्रम वसंत पंचमी के बाद बनाएं, ताकि व्यवस्थाएं सुचारू बनी रहें और सभी भक्त रामलला के दर्शन का सुखद अनुभव प्राप्त कर सकें।

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