नई दिल्ली: शादियों में DJ कल्चर और शोर-शराबे पर रोक लगाने के लिए मुस्लिम महासभा ने एक फरमान जारी करते हुए सभी काजियों से ऐसे निकाह नहीं करवाने का अनुरोध किया है। मुस्लिम सभा ने अपने आदेश में कहा है कि वो उन शादी समारोह में निकाह ना पढ़वाएं, जहां बैंड-बाजे और DJ म्यूजिक बज रहा हो और बम पटाखे फोड़े जा रहे हों।
आदेश के अनुसार, यह चलन आजकल तेजी से बढ़ रहा है। जो सेहत और सामाजिक, दोनों ही तरह से खतरनाक है। कई बार शादियों में DJ लड़ाई का भी कारण बनता है, जिससे रिश्ते भी खराब होते हैं। इसे देखते हुए मुस्लिम महासभा की तरफ से इसके संबंध में एक बयान जारी करते हुए काजियों से ऐसी शादियों में नहीं जाने और निकाह नहीं पढ़ाने की अपील की है। कई मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भी इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज की शादियों में अधिक खर्चे के साथ ही लड़ाई-झगड़ों पर भी लगाम लगेगी। उनका कहना है कि इससे मुस्लिम समुदाय में सामान्य तरीके से शादी करने का चलन बढ़ेगा और फिजूल खर्च पर भी लगाम लगेगी।
शहर काजी हकीम मसरूर अब्बासी ने कहा कि यह फैसला प्रशंसनीय है। इससे शादियों में अधिक खर्चे के साथ ही लड़ाई-झगड़ों पर भी रोक लगेगी। मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष हाजी चमन ने कहा कि यह काफी अच्छी पहल है। सभी को इसका समर्थन करना चाहिए। इस फैसले से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
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