शरद पूर्णिमा पर भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

शरद पूर्णिमा पर भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां
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शरद पूर्णिमा, जिसे कौमी चंद्रमा भी कहा जाता है, का भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व है। इस दिन, चाँद की रोशनी को अत्यधिक शुभ माना जाता है, और यह मान्यता है कि चाँद की रोशनी में रखी खीर खाने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली आती है। इस बार शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन विशेष रूप से चाँद की रोशनी में खीर बनाने और खाने की परंपरा है, जो लोगों के बीच समृद्धि और कल्याण की प्रतीक है। वही शरद पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष सावधानियों का पालन करना आवश्यक है:

सावधानियां
तामसिक भोजन से बचें: 

इस दिन तामसिक भोजन, जैसे कि लहसुन, प्याज, मांस, मछली और मदिरा का सेवन न करें। यह दिन शुद्धता और सकारात्मकता का है, और तामसिक भोजन इन तत्वों को प्रभावित कर सकता है।

काले रंग से बचें:
इस दिन काले रंग का प्रयोग न करें और काले कपड़े पहनने से बचें। इसके बजाय, चमकदार सफेद वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है।

मन और शरीर की शुद्धता: 
मन और शरीर की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। शरीर को शुद्ध और खाली रखना आवश्यक है, ताकि आप अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।

घर में शांति बनाए रखें: 
शरद पूर्णिमा के दिन घर में किसी भी प्रकार का झगड़ा या आपसी कलह नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास हो सकता है, जो सुख-समृद्धि को प्रभावित करता है।

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