नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगामी चुनाव से पहले एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने दिल्लीवासियों से कहा है कि वे अपने पानी के बिल न भरें, क्योंकि 2025 में अगर उनकी सरकार फिर से सत्ता में आती है, तो वे सभी बकाया बिल माफ कर देंगे। यह घोषणा केजरीवाल ने संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में ड्राइवरों और परिवहन एसोसिएशन के सदस्यों के साथ मुलाकात के दौरान की। उन्होंने उपराज्यपाल (एलजी) पर गलत पानी के बिल भेजने का आरोप लगाया और कहा कि दिल्ली के लोग इन बिलों का भुगतान न करें।
केजरीवाल ने अपनी शिक्षा और पेशेवर अनुभव का जिक्र करते हुए बताया कि वे मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अपने करियर की शुरुआत में टाटा कंपनी में काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “मैं कोई पेशेवर राजनेता नहीं हूं, बल्कि सिर्फ़ काम की राजनीति करता हूं। मैंने पहले भी बिजली और पानी के बिल माफ किए हैं, और इसी वजह से मुझे जेल में भी डाला गया। फिर से सरकार बनने पर मैं गलत पानी के बिल माफ कर दूंगा।” उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि दिल्ली में 24 घंटे बिजली की सुविधा उनकी सरकार ने दी है, जिससे अब बिजली कटौती की समस्या खत्म हो गई है। उन्होंने इसे एक शिक्षित नेतृत्व के फायदे के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने असंगठित कॉलोनियों के लिए जितना काम किया है, उतना किसी और सरकार ने नहीं किया।
केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों और अस्पतालों में किए गए सुधारों का भी जिक्र किया और केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की आलोचना की। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर आयुष्मान भारत योजना इतनी अच्छी है, तो फिर क्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोग इलाज के लिए दिल्ली के अस्पतालों में आ रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र ने दिल्ली के लिए कोई खास काम नहीं किया है। केजरीवाल ने जनता से अपील की कि वे आप सरकार और केंद्र सरकार के काम की तुलना करें और आगामी चुनाव में उसी को वोट दें जिसने उनके लिए वास्तव में काम किया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पार्टी अब नगर निगम (एमसीडी) को सुधारने का काम कर रही है।
जम्मू-कश्मीर में दुखद सड़क हादसा, खाई में गिरी कार, 3 लोगों की मौत
'गंभीर परिणाम होंगे..', कनाडा के आरोपों से भड़की भारत सरकार, राजदूत को किया तलब
'ये चुनाव घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए है..', झारखंड में गरजे सीएम हिमंता सरमा