चेन्नई: तमिलनाडु भाजपा इकाई के चीफ अन्नामलाई के बयान से NDA की सहयोगी AIADMK खासी नाराज दिखाई दे रही है. दोनों दलों में वार और पलटवार का सिलसिला चल रहा है. हाल ही में AIADMK द्वारा अन्नामलाई को गठबंधन धर्म का पालन करने की सलाह दी गई थी. वहीं, अब अन्नामलाई ने इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
भाजपा नेता अन्नामलाई ने कहा है कि AIADMK उन्हें गठबंधन धर्म न सिखाए. उन्होंने आगे कहा कि, 'मैं गठबंधन धर्म को समझता हूं. किसी को मुझे यह सिखाने की आवश्यकता नहीं है कि गठबंधन पार्टी के नेताओं के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है. दरअसल, अन्नामलाई ने AIADMK की संस्थापक और तमिलनाडु की पूर्व सीएम जे जयललिता को लेकर एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें (जयललिता को) आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी पाया गया था. हालांकि इस मामले में जयललिता आरोपी थीं, मगर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से पहले उनका देहांत हो गया था. जिसके बाद इस मामले में उनकी सहयोगी शशिकला समेत अन्य लोग दोषी पाए गए थे.
अन्नामलाई के बयान के बाद AIADMK नेता डी जयकुमार ने पुछा था कि क्या दिल्ली के नेताओं ने उन्हें (अन्नामलाई) इस प्रकार के बयान देने की मंजूरी दी है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि अन्नामलाई को संयमित नहीं किया गया, तो भाजपा के साथ संबंधों पर पुनर्विचार करने के लिए विवश होना पड़ेगा. मीडिया से बात करते हुए डी जयकुमार ने कहा था कि, 'क्या अन्नामलाई की मंशा है कि अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव में एक सीट न जीते और नरेंद्र मोदी फिर से पीएम न बनें? क्या उनकी गतिविधियां इसी दिशा में नहीं बढ़ रही हैं?'
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