मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में भारतीय जनता पार्टी के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र उपाध्याय के साथ बदसलूकी का मामला पुलिस के गले की फांस बन गया है। अपराधी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी एवं अन्य पदाधिकारियों ने थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया। वाजपेयी ने पुलिस अफसरों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मेरठ पुलिस ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ सुनियोजित तरीके से अभियान चला रखा है। इसके सात केस मेरे पास हैं। यह मत समझना लक्ष्मीकांत वाजपेयी मेरठ से चला गया। अब मैंने सींग उगा लिए हैं, पेट फाड़ दूंगा। दोनों पुलिसकर्मियों पर अगर कार्रवाई नहीं हुई तो 22 और 23 जुलाई को थाने में ही तंबू गड़ेगा।
दरअसल, बीजेपी मंडल उपाध्यक्ष व पूर्व पार्षद नरेंद्र उपाध्याय कोतवाली थाना क्षेत्र के पूर्वा अहिरान में रहते हैं। सोमवार देर रात वह स्कूटी पर घर के बाहर खड़े थे। तभी फैंटम पर तैनात दो सिपाही उनके घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता की स्कूटी से कोई अपराध हुआ है, जिसे थाने लेकर जाना होगा। बीजेपी नेता ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, मगर पुलिसकर्मी बदसलूकी पर उतर गए। उस वक़्त मामला शांत हो गया था। रात के वक़्त भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर हंगामा किया था। साथ ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दी थी।
वही इस मामले के पश्चात् राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि पुलिस बिना कारण बीजेपी नेताओं को तंग कर रही है। उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक ऐसे सात केस आ चुके हैं, जिनके बारे में सीएम को भी अवगत करा दिया गया है। फैंटम पर तैनात दोनों पुलिसकर्मी शाहपीर चौकी के थे। मगर वह बुढाना गेट चौकी क्षेत्र में क्या लेने गए थे? किसी के इशारे पर उन्होंने बीजेपी नेता की छवि खराब की है। पुलिस को चेताया गया कि पुलिसकर्मियों को हटाकर तहकीकात आरम्भ की जाएगी, अन्यथा 22-23 जुलाई को यहीं पर तंबू गाड़ दिया जाएगा।
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