भोपाल/ब्यूरो:सरकार लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का लगातार प्रयास कर रही है, जिसके चलते कई कार्य्रक्रम भी चलाये जा रहे है आपको बता दे की "प्रधानमंत्री मोतियाबिंद मुक्त भारत'' अभियान के चलते सरकार ने लोगो को लाभ देने का कार्य शुरू किया है आपको बता दे की इस अभियान के तहत
50 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों की स्क्रीनिंग घर-घर जाकर की जायेगी और संभव उपचार भी इस अभियान के चलते किया जायेगा । मोतियाबिंद को खत्म करना "प्रधानमंत्री मोतियाबिंद मुक्त भारत'' अभियान का प्रमुख उद्देश्य है।
मोतियाबिंद को खत्म करने के "प्रधानमंत्री मोतियाबिंद मुक्त भारत'' अभियान में मोतियाबिंद होने की संभावना वाले 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों की स्क्रीनिंग घर-घर जाकर की जाये। जाँच के बाद मोतियाबिंद प्रभावितों का ऑपरेशन भी किया जाये। डायरेक्टर एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास ने अभियान की राज्य स्तरीय कार्यशाला और समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। डायरेक्टर एनएचएम ने कहा कि मोतियाबिंद को खत्म करना "प्रधानमंत्री मोतियाबिंद मुक्त भारत'' अभियान का उद्देश्य है।
उन्होंने जिला कार्यक्रम प्रबंधक और नेत्र सर्जन से कहा कि दृष्टि सुरक्षित करने के इस अभियान की सघन माइक्रो प्लानिंग कर सर्जरी प्रोटोकॉल के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित करें। राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंशुल उपाध्याय ने अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 3 वर्ष तक चलने वाले इस अभियान के लिये जिलों को दिये गये लक्ष्य के अनुसार कार्य सुनिश्चित करना है। मोतियाबिंद की बीमारी आज के समय में एक बीमारी है। जिसने बुजुर्ग वर्ग को काफी परेशान कर रखा है। आपको बता दे की सरकार द्वारा चलाया यह अभियान राहत प्रदान करेगा ।
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