नई दिल्ली: दूरसंचार विभाग (डीओटी) और भारत की विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने गुरुवार को उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है, जिनमे दावा किया गया था कि आधार से जुड़े 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नम्बरों को बंद कर दिया जाएगा. एक संयुक्त वक्तव्य में, डीओटी और यूआईडीएआई ने कहा समाचार रिपोर्ट मोबाइल उपभोक्ताओं के बीच भ्रम की स्तिथि पैदा कर रही है, इसलिए हमें ये स्पष्ट करना जरुरी हो गया था कि कोई भी मोबाइल नंबर बंद नहीं किया जाएगा.
फेस्टिव सीजन से बाज़ार में आई रौनक, सेंसेक्स 297 तो निफ़्टी 72 अंक बढ़कर बंद
बयान में आगे कहा गया है कि शीर्ष अदालत ने भी आधार पर दिए गए अपने फैसले में आधार से जुड़े मोबाइल नम्बरों को बंद करने को लेकर कोई निर्देश नहीं दिया था. लोगों को ऐसी अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, अदालत ने इसे लेकर कोई निर्देश नहीं दिए हैं. बयान में कहा गया है, आधार केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मोबाइल उपभोक्ताओं द्वारा केवाईसी विवरण का पुन: सत्यापन करने का फैसला पूरी तरह से स्वैच्छिक होगा.
त्योहारों पर मंडराया बैंक बंद होने का साया, फेस्टिव सीजन पर होगी कैश की किल्लत
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आधार की अनिवार्यता को लेकर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था जिसमे कहा गया था कि प्राइवेट कंपनियां, वेरिफिकेशन के लिए आधार का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं हैं. साथ ही फोन कनेक्शन, बैंक खातों और स्कूल में एडमिशन के लिए भी अब आधार अनिवार्य नहीं है.
खबरें और भी:-
हवाई सफर करने वालों के लिए खुशखबरी एयर एशिया दे रही टिकट में 70 फीसदी डिस्काउंट
पाकिस्तान: ट्रेन हादसे में हुई नौ लोगों की मौत
बाज़ार में हावी रही बिकवाली, 383 अंक लुढ़ककर बंद हुआ सेंसेक्स