उज्जैन। शिव नवरात्रि के अवसर पर रविवार को राजाधिराज महाकाल छबीना स्वरूप में सजे। इस अवसर पर बाबा के दर्शन करने वालों की भीड़ उमड़ी। श्रृंगार करने के पहले सुबह पंडे पुजारियों ने अभिषेक पूजन के साथ ही राजाधिराज को चंदन लेपन किया वहीं चंद्र मौलेश्वर और कोटेश्वर तीर्थ पर भी पूजन अर्चन के साथ अभिषेक किया गया। उल्लेखनीय है कि शिव नवरात्रि के अवसर पर महाकाल के विभिन्न मनोहारी श्रृंगार करने का सिलसिला जारी है।
नियमों की खिल्ली
महाकाल मंदिर में कतिपय पंडे पुजारियों द्वारा नियमों की खिल्ली उड़ाने का सिलसिला जारी है। एक ओर जहां अभी सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश गर्भगृह में बंद है तो वहीं दूसरी ओर कुछ पंडे पुजारियों द्वारा अपने खास यजमानों को अंदर ले जाकर पूजा पाठ कराने से भी चूक नहीं रहे है। इस तरह के मामले देखकर सामान्य दर्शनार्थी भड़क गये है। इस मामले की कई दर्शनार्थियों ने शिकायत भी प्रशासन के अधिकारियों से की है। बावजूद इसके अभी मामले की सुनवाई पर कान नहीं धरे जा रहे है।
अनभिज्ञता कर रहे जाहिर-
हालांकि इस मामले से मंदिर प्रशासन के अधिकारी अनभिज्ञता जाहिर करते है लेकिन जिस तरह से यजमानों को अंदर ले जाकर पूजन अभिषेक कराया जा रहा है, उससे नंदी हाॅल में खड़े दर्शनार्थियों को नाराजगी है। गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में अभी शिव नवरात्रि मनाई जा रही है और इसके चलते सुबह से ही गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर रखा है। शिव नवरात्रि के अवसर पर सुबह से लेकर दोपहर तक पंचामृत अभिषेक किया जा रहा है, इसके चलते जहां गर्भगृह में प्रवेश बंद है तो वहीं दोपहर के बाद महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
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