प्रयागराज: संगमनगरी प्रयागराज में इस समय महाकुम्भ का उत्साह चरम पर है, कई तरह की चीज़ें वहां श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन रही हैं, इन्ही में से एक है कुल्हड़ वाली चाय। जी नहीं, ये कोई आम कुल्हड़ नहीं है, बल्कि चाय पीने के बाद आप इसे खा भी सकते हैं, बिलकुल कोन वाली आइसक्रीम की तरह। वाराणसी के धीरज सिंह ने महाकुंभ के मेले में एक अनोखा और स्वादिष्ट जुगाड़ पेश किया है।
उन्होंने एक ऐसा ख़ास कुल्हड़ तैयार किया है, जिसे चाय पीने के बाद खा भी सकते हैं। मिट्टी के पारंपरिक कुल्हड़ की जगह अब मक्के के आटे से बने फ्लेवर वाले कुल्हड़ आ गए हैं। और इन कुल्हड़ों का स्वाद भी कुछ कम नहीं, ये चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी, इलायची जैसे मजेदार फ्लेवर में ये उपलब्ध हैं। इनकी दुकान पर बड़े ही दिलचस्प अंदाज में लिखा है, "20 रुपये में चाय पीजिए और कुल्हड़ खा जाइए।"
धीरज बताते हैं कि इस अनोखे कुल्हड़ का आइडिया उन्हें सहारनपुर के एक मेले में मिला। वहां उन्होंने ऐसी ही एक दुकान देखी और फिर बारीकियां सीखकर खुद इसे बनाना शुरू किया। उनके कुल्हड़ का डिज़ाइन मिट्टी के पारंपरिक कुल्हड़ और आइसक्रीम कोन का परफेक्ट मिक्स है। खास बात ये है कि इसे बनाने में सिर्फ आठ रुपये की लागत आती है, और इसे वे 20 रुपये में बेचते हैं। धीरज की दुकान पर सुबह से रात तक लोगों की भीड़ लगी रहती है। कई लोग उनके "खाने वाले कुल्हड़" का बोर्ड देखकर चौंक जाते हैं और फिर मस्त होकर कुल्हड़ चाय का आनंद लेते हैं।
चाय पीने आए सुशील कहते हैं, "चाय तो बढ़िया है ही, चॉकलेट फ्लेवर का कुल्हड़ खाकर मजा आ गया!" सुरेंद्र नाम के एक और ग्राहक ने इलायची फ्लेवर का कुल्हड़ लिया और बड़े उत्साह से बोले, "यह तो एकदम स्वर्ग का आनंद है।" धीरज के मुताबिक, उनकी दुकान पर रोज़ाना 10 पेटियां मक्के के कुल्हड़ खप जाती हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इन कुल्हड़ों को लोग यहां-वहां फेंकते नहीं हैं, बल्कि खा जाते हैं। इससे मेले में गंदगी भी नहीं होती।
डॉक्टर भी इस अनोखे कुल्हड़ की तारीफ कर रहे हैं। जनरल फिजीशियन डॉ. डीके मिश्रा का कहना है कि "मक्के से बना कुल्हड़ न केवल पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह हेल्दी स्नैक भी है।" तो अब आप चाय के साथ मस्ती के कुछ क्रंची पल भी जोड़ सकते हैं। धीरज का ये आइडिया सिर्फ एक स्वादिष्ट इनोवेशन नहीं है, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण को ध्यान में रखकर किया गया एक बेहतरीन प्रयास है। मक्के के आटे का ये कुल्हड़ चाय की चुस्कियों को एक नया आयाम देता है। तो अगर आप भी महाकुंभ में जाएं, तो धीरज की दुकान पर जाकर जरूर कहें, "भाई, एक इलायची फ्लेवर वाला कुल्हड़ देना, चाय के साथ खाने का मजा आ जाएगा।"