गुंटूर: भारतीय रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आंध्र प्रदेश में ट्रेन की टक्कर के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, यह हादसा एक ड्राइवर द्वारा सिग्नल पार कर जाने के कारण हुआ। बता दें कि, विशाखापत्तनम से लगभग 40 किलोमीटर दूर कंटाकपल्ली में पलासा पैसेंजर ट्रेन ने रायगडा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे कम से कम 13 लोग और 40 घायल हो गए। ईस्ट कोस्ट रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि यह दुर्घटना मानवीय भूल के कारण हुई, क्योंकि रायगड़ा ट्रेन के ड्राइवर ने लाल सिग्नल को मिस कर दिया था।
ईस्ट कोस्ट रेलवे में जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने कहा कि, "विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का ड्राइवर इस दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार था, क्योंकि वह सिग्नल से आगे निकल गया और पलासा ट्रेन के पिछले हिस्से से टकरा गया। दुर्घटना में रायगड़ा ट्रेन के ड्राइवर की भी मौत हो गई।" उन्होंने कहा, "जांच अभी भी जारी है और उसके बाद ही तस्वीर साफ होगी।" ट्रैक पर राहत और बचाव कार्य आज शाम तक पूरा होने की संभावना है। वहीं, टक्कर के कारण अब तक 18 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और 22 अन्य के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए हादसे में मरने वालों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। प्रधान मंत्री कार्यालय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि, "अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रधान मंत्री शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएं।"
बता दें कि, भारत, जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, ने पिछले कुछ वर्षों में कई आपदाएँ देखी हैं। जून में, ओडिशा में तीन ट्रेनों की भीषण दुर्घटना में 280 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई। शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी 2 जून को बहनागा बाजार स्टेशन के पास दुर्घटना में शामिल थीं।
महाराष्ट्र में हुआ एक और दवा फैक्ट्री का पर्दाफाश, बरामद हुई 160 करोड़ रुपये की दवाएं