नई दिल्ली: आईसीसी ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी-20 में एक समान डीआरएस के इस्तेमाल करने पर मजूरी दे दी है. यह सिस्टम अक्टूबर से लागू होगा.
जानकारी के लिए बता दे इसमें हॉकआई, हॉट स्पॉट, अल्ट्रा एज, रियल टाइम स्निको तकनीक का इस्तेमाल सही फैसले लेने के लिए किया जाता है. इसमें यह भी प्रपोजल रखा गया कि तीनों फॉर्मेट में समान डीआरएस का खर्चा आईसीसी उठाएगी. वही इस फैसले पर आखिरी मुहर आईसीसी की लंदन मीटिंग के बाद जून में लगेगी. इसके साथ ही आईसीसी ने यह साफ कर दिया है कि जो भी ऑर्गनजेशन डीआरएस तकनीक मुहैया कराएंगे, उन्हें मैसाचुसेट्स तकनीक संस्थान से पहले इसकी जांच और सहमति हासिल करना जरुरी होगा.
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी का मानना है कि डीआरएस पर कंट्रोल जरूरी है. अभी तक डीआरएस का खर्चा डोमेस्टिक ब्रॉडकास्ट उठाते हुए आया है तो वही कुछ मामलों में घरेलू क्रिकेट बोर्ड भी पैसा देता है, आईसीसी ने कहा, ‘डीआरएस तकनीक काे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस्तेमाल करने के फैसले पर सहमति जताई है. मई में आईसीसी की क्रिकेट काउंसिल इसके इस्तेमाल पर चर्चा करेगी और जून 2017 में इस पर आखिरी फैसला लिया जाएगा, जिसके बाद इसी साल अक्टूबर में इसे लागू किया जाएगा.
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