भोपाल। प्रदेश में हवाओं का रुख एक बार फिर से बदल गया है, जिसके चलते दिन में हल्की ठंडक महसूस हो रही है। मध्यप्रदेश के कई शहरों में दिन का तापमान 4 डिग्री तक लुढ़क कर नीचे आ गया है। वहीं, बुधवार की रात में प्रदेश के तकरीबन 15 जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया है। प्रदेश के पचमढ़ी में सबसे कम 4 डिग्री दर्ज किया गया तो नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 15 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो, फरवरी महीने में इसी तरह पारा ऊपर-नीचे होता रहेगा। लेकिन, कड़ाके की ठंड नहीं रहेगी।
पहाड़ों पर बर्फबारी होने के कारण मौसम में हल्की सी ठंड बढ़ गई है। वहीं, बतया गया है कि, गुरुवार को देश के उत्तरी हिस्से में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस आएगा। अगले 3 दिनों तक तापमान में हल्का-फुल्का इजाफा होगा। लेकिन, जब यह वेस्टर्न डिस्टरबेंस वहां से गुजर जाएगा, तब मध्यप्रदेश में ठंड और बढ़ेगी। मौसम वैज्ञानिक कहना है कि, अब पारे में बढ़ोतरी का ट्रेंड रहेगा। अभी हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिमी है, इस कारण दिन के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन दक्षिण-पूर्वी हवा चलने से फिर से पारा बढ़ेगा।
मौसम विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि, फरवरी महीने के आखिरी हफ्ते से प्रदेश में गर्मी दस्तक दे सकती है। वहीं, मार्च महीने के आखिरी हफ्ते से लू चलने के हालात बन जाएंगे। आमतौर पर प्रदेश में तेज गर्मी 15 मार्च से शुरू होकर 10 जून तक चलती है। इसके बाद ही प्री-मानसून गतिविधियां शुरू होती हैं। मार्च में सूर्य भूमध्य रेखा के करीब पहुंच जाता है, जिसके चलते दक्षिण भारत तपने लगता है। अप्रैल में सूर्य की स्थिति बदलने के बाद ही मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्सों से तेज गर्मी की शुरुआत होती है, जो मई मध्य तक पूरे प्रदेश को कवर कर लेती है। जून के दूसरे पखवाड़े में सूर्य की स्थिति बदलने पर मौसम भी बदलने लगता है, हालांकि इस बार गर्मी का दौर लंबा चलने की आशंका हैं।
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