बिलासपुर। बिना कारण आए दिन ट्रेनों का परिचालन रद करना और लेटलतीफी से लोग नाराज है। रेलवे की इस कार्यशैली की वजह से यात्रियों की परेशानी बढ़ चुकी है। आलम यह है कि एकाएक ट्रेन रद होने के कारण जरूरी काम भी अटक जाते हैं। इनमें गंभीर बीमारी के इलाज भी शामिल है।
यह आंदोलन बिलासपुर के तीन रेलमार्ग यानी कटनी, रायपुर और चांपा-रायगढ़ में होगा। मंच ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को भी ज्ञापन के माध्यम से दी है। यह समस्या सालभर से है। कोचिंग ट्रेनों को अधोसंरचना व अन्य कार्यों का हवाला देकर रद कर दी जा रही है।
लेकिन मालगाड़ी को लेकर किसी तरह नियम- शर्त नहीं है। अब तक ऐसा एक भी दिन नहीं हुआ, जब इन कार्यों के चलते मालगाड़ी रद कर दी गई हो। मालगाड़ी निरंतर दौड़ रही है। नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने बताया की पिछले दिनों जब नागरिकों के द्वारा जीएम कार्यालय का घेराव किया गया था, तब रेल प्रशासन के अधिकारियों ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया था कि परिचालन बाधित नहीं होगा।
फिर भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। जिस तरह बिना किसी डर भय के रेल प्रशासन ट्रेनों का परिचालन रोक रही है, उसे देखते हुए आगे किसी भी दिन दोबारा ट्रेनों के पहिए रोके जा सकते हैं। इसे देखते हुए ही 12 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे उसलापुर स्टेशन, लाल खदान रेलवे फाटक और धाधापारा स्टेशन एक साथ रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।
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