अहमदाबाद : एक चाय वाले ने इतनी संपत्ति बना ली की आज वो हर जगह सुर्ख़ियों में छाया हुआ हैं उसके ऊपर सीबीआई की जाँच बैठी हुई हैं. सूत्रों के मुताबिक इस चाय वाले के पास 1300 करोड़ की संपत्ति हैं. ये किसी फिल्म की कहानी नही हैं बल्कि हक़ीक़त हैं. सूरत में चाय बेचने से शुरुआत करने वाले किशोर भजियावाला ने इतनी समपत्ति कैसे बना ली इसकी जाँच हो रही हैं.
भजियावाला पर आरोप हैं की नोटबंदी के दौरान उसने डमी बैंक खातों द्वारा कालेधन को सफेद किया हैं. आयकर विभाग की कार्यवाही में 10.45 करोड़ रुपए की कालेधन की राशि बरामद हुई हैं. इससे पहले भी आयकर विभाग भजियावाला के पास 400 करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा कर चुकी हैं. जांच में सामने आया हैं कि भजियावाला अपना पैसा बिल्डरों को ब्याज में देता था. भजियावाला ने 212 लोगों को पुराने नोटों को नए नोट में बदलने के काम में लगा रखा था.
एक अंग्रेजी दैनिक के अनुसार आयकर विभाग के सूत्रों ने कहा कि भजियावाला अपने पैसो की हेरा-फेरी कर रहा था. इसके पास 28 बैंक खाते हैं जिनमे से 20 खाते फर्जी हैं जिनके माध्यम से भजियावाला अपनी समपत्ति को कालेधन से सफेदधन में बदल रहा था. आयकर विभाग की कार्यवाही में भजियावाला के पास अभी तक 1,45,50,800 रुपये नई करंसी में,1,48,88,133 रुपये का सोना,1,39,34,580 की कीमत की हीरों के आभूषण,4,92,96,314 रुपये के सोने के आभूषण और 77,81,800 रुपये की चांदी बरामद हुई है. भजियावाला के संपर्क बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ होने की वजह से आयकर विभाग ने ये केस सीबीआई को सौंप दिया हैं.
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार भजियावाला ने बड़ी मात्रा में नोटों का हेर-फेर किया हैं जिसमे बैंक कर्मचारियों के मिले होने की सम्भावना से मना नही किया जा सकता हैं. क्योंकि बिना बैंकरों की मदद के इतनी बड़ी मात्रा में नई करेंसी प्राप्त करना असंभव था. जांच एजेंसी ने कुछ लेने-देन में सूरत पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक पंकज भट्ट को संलिप्त पाया है. सीबीआई अन्य बैंको की भी जाँच कर रही हैं. क्योंकि भजियावाला के पास इतनी बड़ी मात्रा में नई करेंसी प्राप्त होने से सभी अचंभित हैं. भजियावाला वाणिज्यिक संपत्तियों, फ्लैट और भूखंडों को मिलाकर करीब 1300 करोड़ की संपत्ति का मालिक है.