हमारे देश में प्रदुषण एक बड़ी समस्या है और इस समस्या के कारण कई लोगों को बड़ी-बड़ी बीमारियों से गुजरना पड़ रहा है. ऐसी ही एक बड़ी बीमारी है अस्थमा. प्रदुषण के कारण हवा के साथ-साथ धूल भी बहुत उड़ती हैं और इस धूल से सबसे ज्यादा रेस्पिरेटरी एलर्जी होने का खतरा होता है. एलर्जी से पीड़ित होने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या ज्यादा हैं.
एक रिसर्च से पता चला था कि देशभर के सभी अलग-अलग हिस्सों में 60 प्रतिशत से ज्यादा एलर्जी के मामले कॉकरोच के कारण है. जी हाँ... और सिर्फ कॉकरोच ही नहीं बल्कि छिपे कण को भी एलर्जिक अस्थमा का सबसे बड़ा और आम कारण बताया गया है. एक रिपोर्ट से पता चला है कि एलेर्जिक रिएक्शन के कारण बच्चों में 90 प्रतिशत और व्यस्को में 50 प्रतिशत तक अस्थमा होने की का कारण होता हैं.
एलर्जी का कारण धूल, पराग, घास, कीड़े, घरेलू जानवरों के रोंए आदि हो सकता हैं और सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कई बार तो एलर्जी का कारण खाद्य पदार्थ भी हो सकता है. जी हाँ... दरअसल हमारा शरीर इन हानिकारक पदार्थो को हानिकर मान लेता है जिसके बाद शरीर का इम्यून सिस्टम आईजीई वर्ग के एंटीबॉडी बनाने लगती है. इससे नाक में कंजेशन, नाक बहना, आंखों में खुजली और त्वचा पर लाल दाने तथा कुछ लोगों में अस्थमा की बीमारी हो जाती हैं.
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