शनिवार रात 8:30 बजे पूरी दुनिया में अचानक अँधेरा छा गया.यहां तक की बिजली से सदा चमचमाने वाला राष्ट्रपति भवन अंधेरे की गिरफ्त में हो गया. ये सब बिजली की कमी के कारण नहीं, बल्कि अर्थ आवर डे के मनाए जाने के कारण हुआ. बता दें कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए अर्थ अवर डे पर पूरी दुनिया के लोग ब्लैक आउट करते हैं.
उल्लेखनीय है कि शनिवार की रात 8:30 बजे से 9:30 बजे तक पूरी दुनिया ने अर्थ आवर मनाया. दुनिया के करीब 7000 शहरों में लोगों ने अपने घर, ऑफिस की बिजली बंद कर अर्थ आवर मनाया. दुनिया के कई प्रसिद्ध स्थानों पर भी इस अवधि में अंधेरा रखा गया. इस दिन चाहे कोई वीआईपी हो या वीवीआईपी हो सभी अपने आवास और प्रतिष्ठानों की बिजली बन्द कर अर्थ आवर डे मनाते हैं.
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.आज से एक दशक पहले दुनिया के सभी देशों ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर चिंता प्रकट करते हुए अर्थ अवर डे मनाने का निश्चय किया था.तब से यह निरंतर मनाया जा रहा है.आज इस आयोजन की दसवीं वर्षगांठ थी.अन्य देशों की तरह ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में भी लोगों ने लाइटें बंद कर अर्थ आवर डे मनाया.
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