इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.0 मापी गई। इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर नीचे थी। झटके लगने के पश्चात् लोग घरों से बाहर आ गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। हालांकि भूकंप से किसी के भी हताहत और नुकसान की खबर नहीं है।
क्यों आता है भूकंप?
सरंचना के अनुसार, पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। प्लेटों के नीचे तरल पदार्थ है जिस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती है। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकराती और अधिक दबाव पड़ने से ये प्लेट्स टूटने भी लगती है। ऐसे में नीचे उत्पन्न हुई उर्जा बाहर निकलने का रास्ता खोजती है एवं जब इससे डिस्टर्बेंस बनता है तो भूकंप आता है।
कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक:-
0 से 1.9- केवल सिस्मोग्राफी से पता चलेगा। वही 2 से 2.9 में हल्के झटके लगते हैं। 3 से 3.9 में कोई तेज गति गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा प्रभाव होता है। 4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं। 5 से 5.9- घरों के भीतर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं। 6 से 6.9 में कच्चे मकान एवं घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है। 7 से 7.9 में बिल्डिंग एवं मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था। 8 से 8.9 में बड़ी इमारतें एवं पुल धाराशायी हो जाते हैं। 9 और उससे ज्यादा में सबसे अधिक तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई नजर आएंगी। जापान में 2011 में सुनामी के चलते रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।
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