नई दिल्ली: उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र अफगानिस्तान में था। इस भूकंप का असर पाकिस्तान और उत्तर भारत के बड़े हिस्से में भी देखा गया। जानकारी के अनुसार, भूकंप सुबह 11:26 बजे आया और इसकी तीव्रता 5.7 मापी गई, जो कि काफी अधिक है। अगर इसका केंद्र अफगानिस्तान की बजाय भारत के नजदीक होता, तो बड़े नुकसान की आशंका हो सकती थी।
नेशनल सेंटर ऑफ सेसमोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र धरती की सतह से 255 किलोमीटर नीचे था। इसका केंद्र अफगानिस्तान के अशकाशम से 28 किलोमीटर दूर था। दिल्ली-एनसीआर में भी हल्के झटके महसूस किए गए, हालांकि यहां तीव्रता कम होने के कारण कई लोगों को इसका पता नहीं चला। वहीं, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में भूकंप की तीव्रता अधिक महसूस की गई। हालांकि, इस भूकंप से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सेसमोलॉजी का कहना है कि भूकंप की तीव्रता अधिक थी, लेकिन क्योंकि इसका केंद्र धरती से 255 किलोमीटर नीचे था, इसलिए सतह पर इसका प्रभाव सीमित रहा।
सामान्यतः 5.7 तीव्रता वाले भूकंप से महत्वपूर्ण असर होता है, लेकिन इस बार गहराई ज्यादा होने के कारण नुकसान टल गया। भारत में, दिल्ली-एनसीआर में मामूली झटके महसूस हुए, जबकि जम्मू-कश्मीर में तीव्रता थोड़ी अधिक थी। भूकंप का केंद्र काबुल से 277 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था, इसलिए पाकिस्तान और भारत में आते-आते इसका असर काफी कम हो गया।
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