निश्चित मात्रा से अधिक स्पाइसी फ़ूड खाने से शरीर में एसिड का लेवल बढ़ जाता है. लेवल बढ़ने से खाने को पचने में समय लग जाता है और इस कारण बदहजमी हो जाती है. ऐसा तब भी होता है जब हम खाना ज्यादा खा लेते है. इससे डाइजेशन की समस्या बढ़ती है और खट्टी डकारे आती है.
बदहजमी होने के लक्षण साइन में दर्द होना, बार बार उल्टी जैसा लग्न, साँस फूलना और मूड खराब होना है. इससे निजात पाने के लिए मुनक्के पानी में भिगोकर खा सकते है. इसमें मौजूद फाइबर्स से खट्टी डकारें, गैस जैसी समस्या दूर होती है. पुदीने का रस भी पीया जा सकता है, इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जो बदहजमी को दूर करते है. नींबू की शिकंजी पी सकते है, इसे पीने से बॉडी के टॉक्सिन्स दूर होते है और खट्टी डकार आना बंद हो जाती है. आम का पना पीने से भी इनडाइजेशन की समस्या दूर हो जाती है.
लौंग की चाय भी बदहजमी में असरकारक होती है. जीरे को पानी में भिगोकर लेने से बॉडी में एसिड लेवल बैलेंस रहता है. बदहजमी होने पर छाछ में अजवाइन डाल कर भी पी सकते है. पपीता का जूस पी सकते है, यह डाइजेशन को सुधारता है. सौंफ पानी में मिला कर पीने से भी बदहजमी की समस्या दूर होती है.
ये भी पढ़े
मासिक धर्म और इससे जुड़ी समस्याओं से बचे रहने के लिए खाए ये चीजे
प्रेग्नेंसी में न करें ये गलतियां
रमजान में इफ्तार के दौरान खाए जाने वाले खजूर के फायदे