स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डाइट बहुत जरुरी है। जी हाँ और इसी के चलते लोग तरह-तरह की चीजें अपनी डाइट में शामिल करते हैं। जी दरअसल कुछ लोग शाकाहारी चीजों से पोषक तत्व प्राप्त करते हैं, तो कुछ बेहतर हेल्थ के लिए नॉन-वेज खाना पसंद करते हैं। वैसे नॉन-वेज पसंद करने वाले लोग बड़ी संख्या में फिश (Fish) खाते हैं और यह कई मायनों में फायदेमंद भी होती है। हालांकि किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन नुकसानदायक होता है। जी दरअसल एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि फिश खाने वाले लोगों को स्किन कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। जी हाँ और प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों पर इसका सबसे ज्यादा असर हो सकता है।
हाल ही में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की रिपोर्ट के मुताबिक एक हालिया स्टडी में स्किन कैंसर और फिश खाने को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जी हाँ और इसमें कहा गया है कि ज्यादा मछली खाने से लोगों में स्किन कैंसर ‘मेलेनोमा’ (Melanoma) का खतरा बढ़ जाता है। यह स्किन कैंसर का सबसे खतरनाक टाइप होता है और इसकी प्रमुख वजह सूरज की नुकसानदायक अल्ट्रावॉयलेट किरणें होती हैं। केवल यही नहीं बल्कि इस स्टडी से पहले इस कैंसर का खाने-पीने से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया था। जी दरअसल नई स्टडी में जो बातें निकलकर आई हैं, वह वाकई हैरान करने वाली हैं। मेलेनोमा कैंसर की वजह से अमेरिका में हर साल 7500 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
आपको बता दें शोधकर्ताओं ने यह स्टडी अच्छी तरह डिजाइन की थी और इसमें अमेरिका के 6 राज्यों के 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। जी हाँ और इनमें 60% पुरुष और 40% महिलाएं थीं। करीब 15 सालों तक इन लोगों का डाटा इकट्ठा किया गया और फिर निष्कर्ष निकाला गया। वहीं स्टडी के परिणाम देखकर खुद शोधकर्ता हैरान रह गए। जी दरअसल जिन लोगों ने सबसे ज्यादा मछली का सेवन किया था, उनमें सबसे कम मछली खाने वाले लोगों की तुलना में स्किन कैंसर का खतरा 22 फीसदी ज्यादा था। टूना मछली खाने वाले लोगों में भी खतरा बढ़ा। आपको बता दें कि जिन लोगों ने मछलियों को अच्छी तरह फ्राई करके खाया था, उनमें मेलेनोमा कैंसर का जोखिम काफी कम देखा गया।
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