भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री और डबरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी का अपमान हुआ है। वहीँ अब इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के लिए चुनौती बढ़ चुकी है। जी दरअसल चुनाव आयोग ने भाषण के वीडियो का परीक्षण करने के बाद इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है और निर्वाचन आयोग ने बीते बुधवार को कमलनाथ को एक नोटिस भी जारी कर दिया है। वहीँ उस नोटिस में उनसे 48 घंटे के अंदर ही अंदर जवाब भी मांगा गया है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि जवाब नहीं दिए जाने पर आयोग अपने सख्त निर्णय लेगा।
जी दरअसल भाजपा ने कमल नाथ के बिगड़े बोल को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवा दी थी और इसी पर आयोग के सचिव मधुसुदन गुप्ता ने कमल नाथ को नोटिस जारी कर दिया। इस नोटिस में कहा गया है कि '29 सितंबर को उपचुनाव की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसके तहत कोई भी घृणा या तनाव फैलाने वाली चीजों को बढ़ावा नहीं देगा। निजी जीवन से जुड़ी चीजों को लेकर आलोचना नहीं की जाएगी।' आप सभी को हम यह भी बता दें कि मध्य प्रदेश भाजपा ने 18 अक्टूबर को की गई शिकायत में कहा था कि 'डबरा में कमल नाथ ने जनसभा में इमरती देवी के लिए अशोभनीय टिप्पणी की थी।'
वहीँ दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग से भी एक शिकायत कमल नाथ के खिलाफ मिली है। अब बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कमलनाथ के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने को कहा था। आयोग ने अपने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में यह कहा था कि 'कमलनाथ ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह एक महिला के आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है। ऐसे समय जब हम देश की राजनीति में महिलाओं की बढ़चढ़ कर भागीदारी चाह रहे हैं।।। एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा महिला नेता पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम कमलनाथ से इस पर जवाब मांगते हैं।' अब देखना यह होगा कि कमलनाथ चुनाव आयोग को क्या जवाब देने वाले हैं।
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