नई दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम बजट से पहले गुरुवार को सदन में आर्थिक सर्वे पेश करेंगे. आर्थिक सर्वे के बाद शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2019 पेश करेंगी. हर बार की तरह इस बार भी आर्थिक सर्वे आम बजट से ठीक एक दिन पहले पेश किया जा रहा है. इस सर्वे में देश के विकास का वार्षिक लेखा जोखा होता है. बीते एक साल में देश की अर्थव्यवस्था और सरकार की योजनाओं में क्या उन्नति हुई, सर्वे में इस संबंध में जानकारी दी जाती है.
आर्थिक सर्वे के माध्यम से ही देश की आर्थिक सेहत की तस्वीर स्पष्ट होती है. यह वित्त मंत्रालय का बेहद अहम दस्तावेज होता है. यह सर्वे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सर्वाधिक प्रमाणिक दस्तावेज माना जाता है. इसे वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार द्वारा तैयार किया जाता है. यह अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को समेटते हुए विस्तृत सांख्यिकी आंकड़ों के आधार पर तैयार किए जाते है. इसमें सरकार की नीतियों की जानकारी होती है.
वर्ष 2015 के बाद आर्थिक सर्वे को दो भागों में बांटा गया. पहले भाग में अर्थव्यवस्था की स्थिति के संबंध में जानकारी दी जाती है. इसे आम बजट से पहले जारी किया जाता है. दूसरे भाग में प्रमुख आंकड़े और डाटा दिया जाता है, इसे जुलाई या अगस्त में पेश किया जाता है. यह दो भागों में जारी होना तब से शुरू हुआ जब फरवरी 2017 में आम बजट को फरवरी के अंतिम हफ्ते की बजाय पहले हफ्ते में पेश किया जाने लगा.
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