कोरोना वायरस ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है. जिसकी वजह से आम आदमी के आय में बहुत कमी आई है. बता दे कि भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून महीने के दौरान 10 फीसद या इससे भी अधिक गिरावट होने का अनुमान लगाया जा रहा है. सिंगापुर के बैंकिंग समूह डीबीएस ने यह अनुमान जताया है. डीबीएस की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल से जून महीने के दौरान जीडीपी में गिरावट दो अंकों में रह सकती है.
अपने बयान में डीबीएस ने आगे कहा कि आंतरिक जीडीपी के गणना मॉडल के माध्यम से तत्काल आधार पर मौजूदा और आगे की तिमाहियों के जीडीपी आंकड़ों का अनुमान लगाया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर महीने के दौरान अर्थव्यवस्था में मामूली सुधार दर्ज होगा।
इसके अलावा डीबीएस समूह की अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा, 'कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था में अचानक इतनी बड़ी गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है। कोविड-19 के कारण उत्पादन में जो गिरावट आई है, उसकी साल के शेष समय में भरपाई होना मुश्किल है। वही, डीबीएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2020 की दूसरी छमाही में भी कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण न होने के चलते अनिश्चितता रहेगी। राव ने कहा कि 2020 की तीसरी तिमाही में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले उच्च स्तर पर रहते हैं, तो साल 2020 में वृद्धि दर नकारात्मक रहेगी और सालाना आधार पर वृद्धि दर में 4.8 फीसद की गिरावट आएगी।