TMC के राज्यसभा के पूर्व एमपी केडी सिंह को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के उपरांत हिरासत में ले लिया है। अलकेमिस्ट समूह के प्रमुख केडी सिंह का रोजवैली और सारदा चिटफंड केस के इलज़ाम लगाए गए थे। उन्हें आज ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। लंबे वक़्त तक पूछताछ बाद उनके उत्तर से असंतुष्ट होकर ईडी ने हिरासत में ले लिया। जंहा इस बात का पता चला है कि रोजवैली चिटफंड के इलज़ाम में ईडी ने कल उनसे लगभग साढ़े छह घंटे तक पूछताछ चली थी। आज भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाई थी। बता दें कि चिटफंड घाटाले में आम लोगों के करोड़ों रुपए की हेराफेरी हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार जिसके पूर्व भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केडी सिंह के यहां स्थित आवास तथा कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी कर 32 लाख रुपये नकद तथा 10 हजार अमेरिकी डॉलर बरमाद किए गए थे। उनके विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के सिलसिले में यह जांच की गई थी। ईडी ने कहा कि अलकेमिस्ट समूह की 14 कंपनियों के पंजीकृत कार्यालयों सहित दिल्ली और चंडीगढ़ में छापेमारी की गई थी। अलकेमिस्ट समूह द्वारा नियंत्रित कंपनी है। ED ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब इस वर्ष बंगाल में विधानसभा चुनाव हैं।
बीजेपी ने टीएमसी पर बोला हमला, टीएमसी ने मुकुल की गिरफ्तारी की मांग: केडी सिंह की हिरासत के उपरांत बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने TMC पर हमला बोलते हुए बोला कि केडी सिंह की हिरासत से साफ है कि TMC राज्य में किन-किन लोगों को प्रश्रय दिया था। आज TMC भाजपा नेताओं को बाहरी कहती है, क्या केडी सिंह बाहरी नहीं हैं। दूसरी ओर TMC के प्रवक्ता कुणाल घोष ने बोला कि केडी सिंह को बीजेपी के वर्तमान नेता मुकुल रॉय TMC में लाए थे। जिसके जिम्मेदार मुकुल रॉय हैं। ईडी को मुकुल रॉय को भी गिरफ्तार करना चाहिए और उनसे भी पूछताछ की जानी चाहिए।
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