नई दिल्ली : किंगफिशर कंपनी के मालिक और भारत से भगोड़े की संज्ञा पा चुके विजय माल्या की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने उन पर सख्त कार्रवाई करते हुए बैंको से ली हुई भारी-भरकम रकम को न चुकाने के एवज में उनके शेयरों को फ्रिज करने की योजना बनाई है।
सूत्रों के अनुसार, फिलहाल माल्या के मैंगलोर केमिकल्स में 21.98 प्रतिशत, यूबी होल्डिंग्स में 52.34 प्रतिशत, यूनाइटेड स्पिरिट्स में 3.99 प्रतिशत, यूनाइटेड ब्रेवेरीज में 32.45 प्रतिशत और मैक डॉवेल्स होल्डिंग्स में 17.99 प्रतिशत शेयर हैं।
अगर ईडी अपने कहे अनुसार यह कदम उठाता है, तो यह माल्या के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। क्यों कि यदि ऐसा होता है, तो वो किसी भी कंपनी से डील नहीं कर पाएंगे। माल्या ने 2 मार्च को देश छोड़ दिया था। उन पर 17 बैंको के 9000 करोड़ रुपए बकाया है।
इसके बाद से उनका राजनयिक पासपोर्ट भी रद्द किया जा चुका है। इसके बाद जब उनकी राज्यसभा की सदस्यता रद्द करने की बारी आई, तो उन्होने पहले ही इस्तीफा दे दिया, जिसे नामंजूर कर दिया गया। मनी लांड्रिंग के केस में उनके खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी कर रखा है। ईडी के साथ-साथ सीबीआई भी मामले की जांच में जुटी है।