जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तलब किया है, जिससे राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। अशोक गहलोत ने इसे राजस्थान में चल रही ED की छापेमारी से जोड़ते हुए समन जारी करने की पुष्टि की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये छापेमारी, जो राज्य में एक दैनिक घटना बन गई है, कथित तौर पर महिलाओं, किसानों और गरीबों को सरकारी लाभों के वितरण में बाधा डालने के उद्देश्य से है। इस घटनाक्रम के सामने आने से राजस्थान का सियासी पारा गरमाता जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, अशोक गहलोत ने 12:30 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित की है, जिसमें राज्य के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के भी शामिल होने की उम्मीद है। इस बैठक में बढ़ती राजनीतिक उथल-पुथल और सरकार के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा होने की उम्मीद है। वहीं, भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा ने संचार घोटाला मामले को लेकर ED से चर्चा करने की बात कही है। इस कदम से पता चलता है कि ED की कार्रवाई वैभव गहलोत को समन से आगे बढ़ सकती है और इसमें राज्य में संचार घोटाले का व्यापक मुद्दा शामिल हो सकता है। रिपोर्ट की मानें तो, ED ने FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999) के एक मामले में वैभव को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
गौरतलब है कि लगभग चार महीने पहले राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) के पेपर को लेकर आरोप सामने आए थे, जिसमें गोविंद सिंह डोटासरा और उनके परिवार पर इल्जाम लगाए थे। इसके बाद अब संचार घोटाले में मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत घिरते नज़र आ रहे हैं। ये घटनाक्रम राजस्थान में बढ़ते राजनीतिक नाटक और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर संभावित प्रभाव को रेखांकित करते हैं।
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