नई दिल्ली: खाने का तेल सस्ता होने की संभावना बढ़ गई है। दरअसल, खाद्य तेल पर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। 2 वर्ष के लिए सरकार ने कस्टम ड्यूटी समाप्त कर दी है। सोयाबीन और सूरजमुखी तेल के इम्पोर्ट पर कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी गई है। कृषि और बुनियादी शुल्क और विकास सेस भी समाप्त किया गया है। सरकार की तरफ से बताया गया कि क्रूड सोयाबीन ऑयल और क्रूड सूरजमुखी के ऑयल के दो वित्तीय वर्ष (2022-23, 2023-24) के लिए हर साल 20 लाख मीट्रिक टन का इम्पोर्ट ड्यूटी फ्री किया गया है।
सरकार ने कहा है कि सीमा शुल्क और कृषि बुनियादी शुल्क और डेवलपमेंट सेस को समाप्त किया गया है। यानी इन टैक्सों की अदायगी के बगैर खाने के तेल को इम्पोर्ट करने की इजाजत रहेगी। माना जा रहा है कि इससे उपभोक्ताओं को बहुत राहत मिलेगी। इससे पहले सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सिलेंडर में राहत दी गई थी। केंद्र ने पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाई है, जिससे पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है। इसके साथ ही सरकार ने LPG सिलेंडर पर भी 200 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एक साल में 12 गैस सिलेंडरों पर यह सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
बता दें कि कुछ दिनों से रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचे खाने वाले तेलों के भाव में कमी आने की संभावना जाहिर की जा रही थी। पॉम ऑयल (Palm Oil) के विश्व के सबसे बड़े उत्पादक इंडोनेशिया (Indonesia) ने एक्सपोर्ट पर लगी रोक को हटाने का फैसला लिया है। इसी वजह से भारत में खाने वाले तेल के मोर्चे पर लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी।
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