मुंबई: महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने सोमवार को कहा कि राज्य में हर संभव कोरोना दिशा-निर्देश के साथ 15 जून से विद्यालय दोबारा खोले जाएंगे। वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि कोरोना संक्रमण महामारी की वजह से पहली और दूसरी कक्षा के छात्र बीते 2 सालों से कभी स्कूल नहीं गए। वहीं बड़े बच्चों के विद्यालय भी गर्मी छुट्टियों के लिए बंद कर दिए गए थे। वर्षा गायकवाड़ ने कहा, “स्कूल 15 जून से सभी जरुरी सावधानियों के साथ खुलेंगे, जो कि विद्यालयों को फिर से खोलने (ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद) की दिनांक है।”
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने सोमवार को कहा कि बीते 2 सालों में कोरोना पाबंदियों की वजह से विद्यालय जाने वाले छात्र प्रभावित हुए हैं। छोटे बच्चे विद्यालय जाने से वंचित रहे हैं। वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि खास तौर पर महाराष्ट्र में हाल के सप्ताहों में दैनिक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सोमवार निरंतर पांचवां दिन था जब प्रदेश में एक हज़ार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आये थे। कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लोगों से मास्क पहनने की अपील की है। हालांकि, इनका उपयोग करना अनिवार्य नहीं है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार की समस्या बढ़ा दी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को हाई लेवल मीटिंग की। इस के चलते कोरोना को रोकने के उपायों की समीक्षा की गई। मीटिंग में यह चर्चा भी की गई कि क्या संक्रमण को रोकने के लिए किसी नई पाबंदियों की जरुरत है या फिर अनिवार्य मास्क ही पर्याप्त है। बैठक में ये भी कहा गया है कि लोगों को फेसमास्क पहनना चाहिए, बस सतर्क रहने की आवश्यकता है। सरकार का कहना है कि अभी पाबंदी बढ़ाने की आवश्यकता है, क्योंकि चिकित्सालय में कोरोना के रोगियों के भर्ती होने के आँकड़े में अभी तक कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
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