नई दिल्ली : विवादास्पद राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले को कोर्ट के बाहर आपसी सहमति से सुलझाने की कोशिशें और परवान चढ़ी हैं. इसी सिलसिले में यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी अयोध्या में आज मामले के पक्षकार हनुमानगढ़ी के महंत धर्मदास सहित दूसरे महंतों से मिलेंगे.
उल्लेखनीय है कि यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी अयोध्या में राम मंदिर बनाने की पहले ही समर्थन कर चुके हैं . यही नहीं उन्होंने अयोध्या से बाहर किसी मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद बनवाने की भी बात कही थी. वहीँ दूसरी ओर आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर भी इस विवाद को सुलझाने के लिए प्रयत्नशील हैं.सोमवार को मुस्लिम उलेमाओं सहित विभिन्न पक्षकारों से दिल्ली में मुलाकात इसीका हिस्सा है.
बता दें कि श्रीश्री रविशंकर इसके पूर्व भी इस मामले के विभिन्न पक्षकारों से कई दौर की बातचीत कर चुके हैं. शनिवार को ही वह बेंगलुरू स्थित ऑर्ट ऑफ लिविंग सेंटर में हिन्दू महासभा, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों के साथ बातचीत की थी. हिंदू महासभा के सदस्य चंद्रप्रकाश कौशिक ने अच्छी बातचीत होने का संकेत देते हुए कहा जब तक 'राम मंदिर का भूमिपूजन' नहीं हो जाता, तब तक बातचीत का सिलसिला जारी रहेगा.अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर को सुनवाई होगी.
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