शिमला: पिछले कई दिनों से लगातार बाद रहा कोरोना का कहर अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन इस वायरस के कारण होने वाली मौतों ने लोगों के दिल और दिमाग को हिला कर रख दिया है. हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने मासूम परिवार मौत का शिकार हो रहे है, इतना ही नहीं इस वायरस से अब पूरी दुनिया में महामारी का प्रकोप भी बढ़ता ही जा रहा है. हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से हजारों जिंदगियां मौत का शिकार बन रही है. वहीं इस वायरस ने अब तक दुनियाभर में 1 लाख 96 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है.
दिल्ली मरकज से लौटे जमातियों के प्राथमिक संपर्क में आकर संक्रमित हुए कुठेड़ा खैरला गांव के छह मरीज ठीक होकर बीते रोज ऊना पहुंचे हैं. टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती दिल्ली मरकज से लौटे तीन जमातियों की भी प्रारंभिक रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इनमें एक तब्लीगी फिर से पॉजिटिव हुआ है. कुल मिलाकर जिले में आठ मरीज ठीक हो चुके हैं. बड़ी बात यह है कि जिले से रोजाना दर्जनों सैंपल जांच को भेेजे जा रहे हैं. पिछले छह दिन से कोई भी केस पॉजिटिव नहीं आया है. कोरोना मरीजों का इतनी जल्दी ठीक होना प्रदेश के लिए एक उम्मीद की किरण लेकर आया है. जाहिर तौर पर इनकी सेहत पर लगातार नजर बनाने वाले चिकित्सकों की अथक मेहनत भी रंग लाई है.
जिस तरह से प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के मरीज स्वस्थ होने के साथ नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही, उससे यह माना जा रहा है कि जिला समेत प्रदेश राहत की ओर बढ़ रहा है. उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि प्रशासन लगातार कारोना संदिग्ध मामलों को ट्रेस कर रहा है. पिछले एक सप्ताह से सैंपलिंग बढ़ाई गई है. 8 मरीजों का ठीक होना राहत की बात है. जिले में कर्फ्यू को लेकर भी सख्ती बरती गई है.
जापान में बढ़ा कोरोना का कहर, फिर मिले 90 संक्रमित
स्वास्थ्य मंत्री फाहरेतीन कोसा का बड़ा बयान, कहा- इस्तांबुल के हालात हुए वुहान के सामान