पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष (rudraksh) को सबसे महत्पूर्ण माना जाता है और इसकी उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। कहा जाता है इसे तभी से आभूषण की तरह धारण किया जाता है। वहीं शिव महापुराण में 16 तरह के रुद्राक्षों के बारे में बताया गया है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक मुखी रुद्राक्ष के फायदों के बारे में बताते हैं।
कैसे करें पहचान- एक मुखी रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालें। इस दौरान अगर वह पहले रंग से ज्यादा गहरा दिखता है, तो इसका मतलब है कि ये असली रुद्राक्ष (rudraksha mala benefits) है। इसके अलावा एक मुखी रुद्राक्ष में एक ही धारी होती है। अगर सही तरीके से असली- नकली की पहचान करनी है तो, गर्म पानी में रुद्राक्ष को उबाल लें। इस दौरान अगर रुदाक्ष अपना रंग छोड़ती है, तो इसका मतलब कि वो असली नहीं है। इसके अलावा एक मुखी रुद्राक्ष अर्ध चंद्रमा के सामनाव होता है या फिर इसकी शेप काजू की तरह होती है।
जी दरअसल ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से लोगों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इसके अलावा अगर किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में होने पर भी एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है। इसी के साथ ऐसा भी माना जाता है कि ये ब्लडप्रेशर दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाता है। आप सभी को बता दें कि इस रुद्राक्ष के प्रभाव से लोग अपनी इंद्रियों को वश में करने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा धन प्राप्ति में भी एक मुखी रुद्राक्ष फायदेमंद मानी जाती है। इसी के साथ छात्रों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद होती है। करियर में सफलता पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह (benefits of wearing rudraksha mala) दी जाती है।
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