आप सभी ने देखे ही होंगे कि रूद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं, लेकिन सभी के अपने अपने राज होते हैं और लाभ भी. ऐसे में कहा जाता है एकमुखी रूद्राक्ष सबसे खास होता हैं और एकमुखी रूद्राक्ष के बारे में कहते हैं कि यह जिसके पास होता हैं, उस व्यक्ति के पास माता लक्ष्मी सदैव निवास करती हैं और यही कारण हैं कि बाजार में इसकी बहुत मांग हैं, मांग ज्यादा होने के कारण बाजार में नकली रूद्राक्ष भी मिलने लगे हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं एकमुखी रूद्राक्ष के लाभ.
एकमुखी रूद्राक्ष के लाभ-
(1) कहा जाता है एकमुखी रूद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति भगवान शिव के समान शक्तिशाली हो जाता हैं.
(2) कहते हैं जो व्यक्ति अध्यात्म की राह पर चलना चाहता हैं वो एकमुखी रूद्राक्ष धारण करे और भगवान शिव का ध्यान करे इससे उसके जीवन में सफलता ही सफलता मिलेगी.
(3) कहा जाता है एकमुखी रूद्राक्ष धारण करने से मनुष्य अपने इंद्रियों पर काबू पा सकता है.
(4) कहते हैं जो व्यक्ति एकमुखी रूद्राक्ष धारण करता हैं, उसके पास कभी भी धन की कमी नहीं हो सकती.
(5) कहा जाता है एकमुखी रूद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति बुरी शक्तियों के प्रभाव से बचा रहता हैं और उसके पास बुरी शक्तियां आने से भी ना करती हैं.
एकमुखी रूद्राक्ष कैसे धारण करे -
कहा जाता है इस रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सबसे उत्तम दिन महाशिवरात्री, प्रदोष और सोमवार का दिन माना जाता हैं. इसी के साथ आप चाहे तो इन दिनों में से कोई भी शुभ मुहूर्त देखकर रूद्राक्ष को गंगाजल और गाय के कच्चे दूध से स्नान कराये, स्नान कराते समय 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप करते रहें. इसके बाद रूद्राक्ष पर चंदन लगाकर बिल्व पत्र, आक का फूल और धतूरा चढ़ाएं, इसके बाद रूद्राक्ष की माला से 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र की 21 माला जाप करें और फिर एकमुखी रुद्राक्ष को लाल धागे या चांदी की चेन में धारण कर सकते हैं.
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