नई दिल्ली: महाराष्ट्र की सियासी जंग अब सर्वोच्च न्यायालय तक पहुँच गई है। आज सुबह साढ़े 10 बजे सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर सुनवाई हुई। बता दें कि महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच एकनाथ शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। शिंदे की तरफ से उनको विधायक दल के नेता के पद से हटाए जाने, बागी विधायकों को नोटिस दिए जाने और डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने को लेकर याचिका दाखिल की है।
बगावत के बाद शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पद से हटाते हुए अजय चौधरी को विधायक दल का नेता नियुक्त किया है। वहीं, डिप्टी स्पीकर के खिलाफ शिंदे गुट द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसे डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया था। शिंदे के बागी विधायकों को कहना है कि डिप्टी स्पीकर द्वारा भेजे गए नोटिस अवैध हैं। सर्वोच्च न्यायालय के जजों के समक्ष मजबूती से दलीलें पेश करने के लिए एकनाथ शिंदे गुट ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उनकी तरफ से वकीलों की सूची में पहला नाम नामी वकील हरीश साल्वे का है। इसके साथ ही शिंदे गुट ने भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल और जाने माने वकील मुकुल रोहतगी को भी इस अहम केस की जिम्मेदारी सौंपी है।
वहीं, दूसरी ओर सीएम उद्धव ठाकरे भी इस मुक़दमे को हारना नहीं चाहते हैं। ऐसे में उन्होंने अपने केस की जिम्मेदारी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पेशे से वकील अभिषेक मनु सिंघवी को सौंपी है। वहीं जाने माने वकील कपिल सिब्बल भी उद्धव ठाकरे की तरफ से अदालत में उनका पक्ष रखेंगे।
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