नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी के मिशन शक्ति के ऐलान के संबोधन को आचार संहिता का उल्लंघन मानने से इंकार कर दिया है. शुक्रवार को मामले पर बोलते हुए निर्वाचन आयोग ने कहा है कि पहली नज़र में पीएम मोदी के सम्बोधन के तथ्यों से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना जा सकता है. अपने सम्बोधन में पीएम मोदी ने न अपनी पार्टी का उल्लेख किया और न मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट देने का आग्रह ही किया.
हालांकि निर्वाचन आयोग की समिति जांच कर रही है की क्या मीडिया के सरकारी माध्यम का उल्लंघन किया गया है की नहीं. निर्वाचन आयोग ने सरकारी मीडिया संस्थानों ने इस मामले में जवाब तलब किया है. आपको बता दें कि विपक्ष की तरफ से चुनाव आयोग में तहरीर दर्ज कराई गई थी. इस शिकायत में कहा गया था कि आचार सहिंता प्रभावी होने के बाद भी पीएम मोदी ने टीवी पर प्रचार किया है. विपक्ष की शिकायत सुनने के बाद चुनाव आयोग ने चुनाव आयुक्त की अगुवाई में एक पैनल का गठन किया था. जिसने की पीएम मोदी के भाषण की जांच की.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन किया था. इस संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत आज अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है. उन्होंने कहा है कि, 'भारत ने आज अपना नाम अंतर्राष्ट्रीय शक्ति के रूप में दर्ज करा दिया है. पीएम मोदी के मिशन शक्ति संबोधन के बाद से ही निर्वाचन आयोग इस मामले पर निगाह बनाए हुए था.
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