नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव का युद्ध जितनी सड़कों पर लड़ा जा रहा है उतनी ही यह जंग सोशल मीडिया पर भी लड़ी जा रही है. यही वजह है कि इस बार निर्वाचन आयोग सोशल मीडिया को लेकर कड़ाई बरत रहा है. मंगलवार को निर्वाचन आयोग ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, टिकटोक और गूगल के साथ बड़ी बैठक हो रही है. जिसमें लोकसभा चुनाव के दौरान फर्जी ख़बरों को रोकने पर विचार विमर्श किया जाएगा.
निर्वाचन आयोग की ये बैठक सुबह साढ़े दस बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगी, इस बैठक में कई सत्रों में चर्चा की जाएगी. बैठक के दौरान प्रशासनिक और तकनीकि विशेषज्ञ भी उपस्थित रहेंगे और हर मसले पर चर्चा करेंगे. उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग की बैठक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा सहित तीनों आयुक्त और साथ ही तमाम तकनीकी और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहेंगे.
इन तीन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा :-
- इन कंपनियों ने गत वर्ष अपने-अपने प्लेटफॉर्म्स पर आपत्तिजनक पोस्ट्स को हटाने के साथ ही इसे नियंत्रित करने के कारगर उपाय के वादों और दावे पर कितना काम किया है?
- सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने चुनाव आयोग से वादा किया था कि भारत मे ग्रीवांस रिड्रेसल के लिए नोडल अधिकारी और उनकी अलग साल होगा. उसका क्या हुआ ?
- फर्जी और अफवाह या नफरत फैलाने वाली खबरों की सच्चाई की जाँच करने की रणनीति पर अब तक क्या प्रगति हुई है?
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