नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं द्वारा एक दूसरे पर शब्दबाण चलाए जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के अभी 3 चरण शेष हैं ऐसे में नेताओं द्वारा तरह तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं और एक दूसरे के खिलाफ कई बार गंभीर बातें कही जा रही हैं अब इन मामलों में भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों को नोटिस जारी कर दिया है। चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि नेता अपनी जुबान को लगाम दें।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को पत्र लिखा और कहा है कि सभी दल माॅडल कोड आॅफ कंडक्ट का ख्याल र खें। आयोग का कहना था कि नेता धार्मिक आधार पर कुछ भी न कहें और ऐसा कुछ भी न बोलें जिससे समाज में विघटन हो रहा हो या समाज बंट रहा हो। मिली जानकारी के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक पत्र में आदेश जारी किया और कहा कि धर्म के आधार पर वोट न मांगने की बात कही गई थी।
गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदेश दिया गया है कि अब पार्टियां धर्म के आधार पर मत न मांगे। हालांकि उत्तरप्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान धार्मिक आधार पर मत मांगने का आरोप विभिन्न पार्टियों ने अपने विपक्षियों पर लगाया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अपनी चुनावी सभा में जय जय श्री राम के जयघोष करने का आरोप लगाया गया था।
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