नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव के तहत चुनाव प्रचार के दौरान विवादित बयान देने के मामले में निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है. निर्वाचन आयोग ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ पर चुनाव प्रचार को लेकर प्रतिबन्ध लगा दिया है. दोनों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा है.
निर्वाचन आयोग की तरफ से मायावती और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर लगाए गए प्रचार प्रतिबन्ध के अनुसार मायावती अब 48 घंटे और योगी आदित्यनाथ 72 घंटे तक चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे. दोनों पर यह बैन कल यानी मंगलवार (16 अप्रैल) सुबह 6 बजे से प्रभावी हो जाएगा. उल्लेखनीय है कि 7 अप्रैल को सहारनपुर में हुई सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन की संयुक्त चुनावी रैली में भी बसपा सुप्रीमो मायावती ने धर्म के नाम पर वोट मांगा था. चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील करते हुए कहा था कि वे गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में ही वोट करें.
मायावती ने कहा था कि अगर भाजपा को मात देना है तो मुस्लिम समुदाय के सभी लोग अपना वोट बांटने की जगह महागठबंधन को एकतरफा वोट दें. 13 अप्रैल को मायावती ने बुलंदशहर में एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा था कि, 'अली और बजरंगबली दोनों हमारे हैं, क्योंकि वे दलित समाज से हैं. अली भी हमारे हैं और बजरंगबली भी.' वहीं योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद की एक चुनावी सभा में भारतीय सेना को ‘मोदी जी की सेना’ करार दिया था.
खबरें और भी:-
जया प्रदा से समर्थन में आई कांग्रेस, कहा- आज़म खान पर कार्यवाही करें अखिलेश
मेनका का चुनावी गणित, जहाँ से 80% वोट मिले वो A केटेगरी, जहाँ से हारी वो D केटेगरी
जया प्रदा के समर्थन में उतरे अमर सिंह, आज़म खान को बताया राक्षस